आज सुबह आस्था टी वी पर बाबा रामदेव बजट पर व्याख्यान कर रहें थे उसी दौरान उन्हिने नदी जोड़ योजना कि प्रसंशा कि और इसे देश हित में बताया .बहुत निराशा हुई ......अब यह बाबा रामदेव कि विषय पर क्म्जनकारी कि वजह से है या ...........निहित स्वार्थ तत्व जो भारत के लूटने कि नई नई कहले चलते रहते है उनका प्रभाव बाबा तक पहुँच गया है .........क्या कारण है कि बाबा रामदेव भारत विनाश और लूट कि इस परियोजना का समर्थन कर रहें हैं ...................... गँगा बचाओं देश बचाओ ................
गंगा नदी नहीं , माता है ...
अगणित जनों की श्रद्धा का केंद्र होने के साथ देश को समृद्धि एवं वैभव प्रदान करने वाली गंगामाता अपनी संतानों का पाप धोते-धोते विषैली होती जा रही है। जिसका जल कभी उद्गम स्थल से सागर पर्यंत शुद्ध एवं निर्मल रहता था , वह आज मार्ग के प्राथमिक पड़ावों में ही प्रदूषित हो रहा है। जिसके औषधीय गुण एवं शोधक-क्षमता को देखकर वैज्ञानिकों से लेकर विदेशी तक आश्चर्य करते थे , उसी का जल आज पीने लायक़ भी नहीं रह गया है। राष्ट्र के लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि जिस गंगाजल को अब पीने योग्य भी नहीं माना जाता , पच्चीस वर्ष पूर्व तक विश्वभर के वैज्ञानिक यह देखकर हैरान थे कि गंगाजल , जल नहीं अमृत है। विश्व में इतना पवित्रा जल केवल उत्तरी एवं दक्षिणी ध्रुव में खोजा गया। हालाँकि वैज्ञानिक यह देखकर आश्चर्यचकित हुए कि ध्रुवों के अछूते जल में भी एक वर्ष बाद कृमि दिखाई देने लगे , जबकि सौ साल बाद गंगाजल उन्हें उसी तरह शुद्ध नजर आया। लेकिन इसे नियति की विडंबना के सिवा और क्या कहें कि गंगाजल की स्वयं शुद्ध होते रहने की अद्भुत क्षमता के बावजूद आज गंगा भारत की सबसे प्रदूषित नदियों में से एक है। विक...
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